सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमे साम्प्रदायिक कोण दिया गया है. फेसबुक यूजर अवनी पाण्डेय ने 24 जून, 2020 को एक तस्वीर शेयर की और दावा किया, “इस मुस्लिम व्यक्ति – मोहमद अंसारी को इतना फैला दो की ये ज़िंदगी में मन्दिर में जाने लायक ना बचे.” इस पोस्ट को 25 हज़ार से भी ज़्यादा बार शेयर किया जा चूका है

FACT
Indiafakenews ने इसे अपनी पड़ताल में किये जा रहे दावे को झूठा पाया है. यह घटना अप्रैल 2020 की है। एक ट्विटर यूजर ने 11 मई को एक ही तस्वीर साझा करते हुए लिखा था, “वाराणसी के मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के कर्धना गाँव का आजाद गौतम पुत्र लोधी गौतम अदमापुर गाँव में डीह बाबा के मंदिर के ऊपर पैर रखने कर फोटो खींचा है उचित कार्यवाही करे आजाद गौतम अपने आप को भीम आर्मी का सदस्य भी बता रहा है।”
ADG जोन वाराणसी व वाराणसी पुलिस के ट्विटर हैंडल ने ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि आरोपी को वाराणसी पुलिस ने कैद कर लिया है। उक्त शब्द के सन्दर्भ में दिनांक 24.04.2020 को ही थाना मिर्जामुराद पर अभियोग पंजीकृत कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करते हुए आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा चुकी है।
उक्त प्रकरण में आरोपी के विरुद्ध @varanasipolice द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही करते हुए आरोपी को जेल भेजा जा चुका है। @IgRangeVaranasi @Uppolice
— ADG ZONE VARANASI (@adgzonevaranasi) May 11, 2020

अमर उजाला में 24 अप्रैल को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, वाराणसी के करधना गांव निवासी आजाद कुमार गौतम को मिर्जामुराद थाने की पुलिस ने लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया। आजाद कुमार को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि करधना गांव के रामकुमार ने मिर्जामुराद थाने की पुलिस से शिकायत की थी। रामकुमार के अनुसार, आजाद कुमार किसी मंदिर की मूर्ति पर पैर रख कर अपने मोबाइल से फोटो खींचा है। उस फोटो को वह ग्रामीणों को दिखाता है और गांव में घूम-घूम कर देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करता है। इसके साथ ही अपनी फेसबुक पेज पर देवी के संबंध में आपत्तिजनक पोस्ट करता है। इसे लेकर ग्रामीणों में खासी नाराजगी है और आजाद कुमार लगातार सभी की धार्मिक भावनाएं आहत कर रहा है। इंस्पेक्टर मिर्जामुराद सुनील दत्त दूबे ने बताया कि शिकायत के आधार पर दरोगा बृजेश सिंह ने आजाद कुमार को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से वह मोबाइल भी बरामद किया गया है, जिसके माध्यम से वह लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत कर रहा था।

सोशल मीडिया पर ऐसी खबरों को फैलाना ट्रेंड हो गया है. जिसमे किसी एक धर्म को टारगेट करके साम्प्रदायिक कोण दिया जाता है. हमे अभी तक जितने भी फेक न्यूज़ को काउंटर किया है उसमे हमे अधिकतम धर्म को लेकर हो रही झूठी खबरे ही मिली है. हम तक अगर ऐसी न्यूज़ आये जो फेक है उस समय हमे अपने से यहाँ सवाल अवश्य करना चाहिए की यह झूठी खबर क्यों फैलायी जा रही है और इससे किसका फायदा होगा। यह न्यूज़ आपको इंस्टाग्राम,फेसबुक, व्हाट्सप्प, ट्विटर पर मिल जाएगी जहा नकली अकाउंट से न्यूज़ को फैलाकर शेयर किया जाता है.
अगर आपको भी किसी खबर पर शक है तो हमे mail करे :– indiafakenews1@gmail.com पर हम दावे का fact आप तक पहुचाएंगे।
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